भगवान राम के चरण पखारने आई सरयू, अयोध्या में 30 साल बाद रौद्र रूप 1
इस समय अयोध्या में सरयू नदी का रौद्र रूप देखने को मिल रहा है। नदी के जलस्तर ने खतरे के निशान को पार करते हुए पिछले 25 साल के रिकॉर्ड को तोड़ दिया है। सरयू नदी इस समय खतरे के निशान से करीब 30 सेंटीमीटर ऊपर है।
इस खतरे को देखते हुए प्रशासन ने एसडीआरएफ और एनडीआरएफ की टीमों को अलर्ट करके तैनात कर दिया है। अभी वहां पर बाढ़ की स्थिति बनी हुई है इसलिए प्रसशान ने लोगों की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए नावों का भी इंतजाम कर लिया हैं। श्रावण मास के मेले में और कावड़ यात्रा में इस बार भारी संख्या में लोगो के आने की उम्मीद है और वे लोग सरयू में स्नान भी करते हैं। इसके कारण घाटों में सुरक्षा व्यवस्था के भी कड़े इंतजाम किए गए हैं।
सरयू नदी है खतरे के निशान के पार
आपकी जानकारी के लिए बता दें कि पड़ोसी देश नेपाल के गिरजा व शारदा बैराज से 4 लाख क्यूसेक पानी को छोड़ा गया था, जिसके कारण सरयू नदी का जलस्तर बढ़ गया है। इस बाढ़ ने तराई में बसे रामनगर तहसील क्षेत्र के सिसौंडा, दुर्गापुर और मल्लाहनपुरवा के अलावा दर्जनों गांवों को अपनी चपेट में ले लिया है। ग्रामीणों के अनुसार कटाव दिन पर दिन बढ़ता जा रहा है, और वहां पर खेती की जमीन पहले ही नदी के पानी से भरी हुई है जिससे उनकी फसल भी खराब हो चुकी है।
प्रशासन ने बाढ़ से निपटने के लिए की पूरी तैयारी
बता दें कि प्रशासन ने बाढ़ जैसी समस्या से निपटने के लिए पूरी तैयारी कर ली है। बीते मंगलवार को आपदा प्रबंधन टीम ने बाढ़ के पानी में फंसे 35 परिवारों को मोटर बोट से रेस्क्यू किया था। जिले की फतेहपुर, रामनगर, सिरौलीगौसपुर, रामसनेहीघाट तहसील के गांवों में कुछ दिनों पहले हुई लगातार बारिश और नेपाल की पहाड़ियों से आए पानी से सरयू नदी उफान पर है।