बिना ड्राइवर के फर्राटे से दौड़ने वाली दुनिया की इकलौती ट्रेन, नही पड़ती पटरियों की जरूरत 1
नई दिल्ली: ट्रेन पर अपने सफ़र जरूर किया होगा, यदि आपने ट्रेन पर सफर नहीं भी किया है, तो ट्रेन आपने जरूर देखी होगी। यदि ट्रेन का जिक्र हो रेलवे का पूरा सिस्टम नजरों के सामने घूम जाता है। जिसमें पटरी, रेलवे ट्रैक, और ट्रेन का पूरा सिस्टम जिसके सहारे ट्रेन चलती है। लेकिन यदि आपसे कोई यह कहे कि ऐसी भी ट्रेन है जो बिना पटरी के सड़कों पर दौड़ती है, यह सुनकर शायद आपको हैरानी होगी लेकिन यह बिल्कुल सच है हम बात करने जा रहे हैं एक ऐसे ट्रेन की, जो बिना पटरी के ट्रक बस और कार के बीच सड़कों पर दौड़ती नजर आ रही है।
दरअसल सड़कों पर दौड़ने वाली ट्रेन नातो भारत में है और नाही दुनिया के किसी और देश में। डामर की सड़क पर तेज रफ्तार से दौड़ने वाली ट्रेन दो साल की टेस्टिंग के बाद वर्चुअल पटरियों पर दौड़ने वाली फ्यूचरिस्टिक ट्रेन साल 2019 में टेस्ट रन शुरू हुआ। इसकी शुरूआत चीन के सिचुआन प्रांत के यिबिन में हुई थी।
सड़क पर दौड़ने वाली इस ट्रेन की रफ्तार के बारे में बात करें तो यह ट्रेन 70 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से बिना पॉरी के सड़कों पर दौड़ती है। यह जानकर आपको हैरानी होगी कि यह ट्रेन ना तो इलेक्ट्रिक से चलती है और ना ही डीजल पेट्रोल से। सड़क पर दौड़ने वाली है विशेष ट्रेन लिथियम-टाइटेनेट बैटरी से चलती है। एक बार ये ट्रेन फुल चार्ज होने के बाद 40 Km की दूरी तय कर सकती है।
सड़क पर दौड़ने वाली इस ट्रेन की लागत की बात करें जहां पटरी पर दौड़ने वाली ट्रेन के एक किलोमीटर की लागत 15 से 25 करोड रुपए आती है, वही यह ट्रेन आधे से भी कम कीमत पर सड़क पर दौड़ सकती है। इसकी सबसे बड़ी वजह यह है कि इसे ना तो अलग से ट्रैक बिछाने के लिए जमीन की जरूरत होती है और ना ही लोहे या स्टील के ट्रैक की जरूरत होती है इसीलिए इस ट्रेन में लागत काफी कम आती है।
सड़क पर दौड़ने वाली ट्रेन की एक सबसे बड़ी और भी खासियत है दरअसल इस ट्रेन को यू टर्न लेने की जरूरत नहीं पड़ती ट्रेन के दोनों हिस्से में चालक के बैठने की व्यवस्था होती है। यह हाईटेक ट्रेन बिना चालक के भी चल सकती है लेकिन इसमें चालक के बैठने की व्यवस्था होती है।