PPF Scheme: हर महीने 1000 रुपये जमा करने पर 10 साल में कितनी कमाई होगी?
PPF Scheme: पीपीएफ स्कीम यानी पब्लिक प्रोविडेंट फंड स्कीम जिसमें निवेश पर अच्छा ब्याज भी मिलता है. साथ ही इसमें इनकम टैक्स में छूट भी मिलती है. यह स्कीम देश में काफी लोकप्रिय स्कीम है. पब्लिक प्रोविडेंट फंड (PPF) स्कीम भारत सरकार द्वारा शुरू की गई एक बचत योजना है जो निवेशकों को लंबी अवधि के लिए बचत करने और टैक्स बचत का लाभ पाने का मौका देती है. अगर आप इस स्कीम में निवेश करने की योजना बना रहे हैं तो इसके बारे में पूरी जानकारी होना आपके लिए जरूरी हो सकता है. आपको इसके नियमों और एक व्यक्ति कितने पीपीएफ अकाउंट खोल सकता है, इसकी जानकारी होनी चाहिए. आइए जानते हैं इसके नियम क्या हैं.
पीपीएफ में कितने अकाउंट खोले जा सकते हैं?
पीपीएफ स्कीम एक बचत स्कीम है और एक व्यक्ति पीपीएफ (पब्लिक प्रोविडेंट फंड) स्कीम में सिर्फ एक ही अकाउंट खोल सकता है. एक व्यक्ति के नाम पर एक से ज्यादा पीपीएफ अकाउंट खोलने की अनुमति नहीं है. हालांकि, माता-पिता अपने नाबालिग बच्चों के लिए अलग से पीपीएफ अकाउंट खोल सकते हैं. एक व्यक्ति अपने नाम पर एक पीपीएफ खाता और अपने नाबालिग बच्चे के नाम पर दूसरा पीपीएफ खाता रख सकता है, लेकिन दोनों खातों में योगदान की कुल राशि वार्षिक सीमा (वर्तमान में ₹1.5 लाख) के भीतर होनी चाहिए।
पब्लिक प्रोविडेंट फंड स्कीम में मैच्योरिटी अवधि 15 साल है। लेकिन इसे 5 साल की अवधि के लिए बढ़ाया जा सकता है। मैच्योरिटी के बाद स्कीम को और 5 साल के लिए जारी रखने का विकल्प होता है। आप इसे जितनी बार चाहें 5 साल के लिए बढ़ा सकते हैं। पीपीएफ खाते में किया गया निवेश आयकर अधिनियम की धारा 80सी के तहत छूट के लिए पात्र है। यानी निवेश पर आपको आयकर में छूट मिलती है। पीपीएफ पर ब्याज दर सरकार द्वारा हर तिमाही में निर्धारित की जाती है और यह ब्याज आयकर से मुक्त होता है।
पीपीएफ स्कीम में निवेश के नियम
पब्लिक प्रोविडेंट फंड स्कीम में न्यूनतम निवेश सीमा 500 रुपये है, जबकि इसमें अधिकतम निवेश 1 लाख 50 हजार रुपये तक किया जा सकता है। और इसमें निवेश एकमुश्त या किश्तों में किया जा सकता है। मौजूदा ब्याज दर इस योजना में मौजूदा ब्याज दर 7.1% (2023-24) है। आपकी जानकारी के लिए बता दें कि सरकार द्वारा तय की गई ब्याज दर हर साल बदलती रहती है और इस योजना में मिलने वाले ब्याज की गणना 5 तारीख से महीने के अंत तक मासिक आधार पर जमा की जाने वाली न्यूनतम राशि पर की जाती है।
हर महीने 1000 रुपये जमा करने पर 15 साल में कितनी कमाई होगी
अगर हम मौजूदा ब्याज दर 7.1% के हिसाब से 1000 रुपये प्रति महीने निवेश करने पर गणना करें तो 15 साल की परिपक्वता अवधि के दौरान कुल निवेश 180000 रुपये होता है। और अगर ब्याज दर को स्थिर मानकर गणना करें तो 7.1% के हिसाब से ब्याज 145457 रुपये बनता है। कुल ब्याज और मूल जमा राशि को मिलाकर 15 साल की परिपक्वता पर करीब 3,25,457 रुपये की रकम बनती है।