IAS officer Puja Khedkar पर फर्जी सर्टिफिकेट लगाने का लगा आरोप, कहा- सत्य की होगी जीत 1
IAS officer Puja Khedkar: प्रशिक्षु आईएएस अधिकारी पूजा खेडकर इन दिनों कई आरोपों का जाल में फंसी हुई है। एक तरफ उनकी मां के कारनामें सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहे है तो दूसरी ओर अब उनके ऊपर सिविल सेवा परीक्षा में चुने जाने के लिए फर्जी दस्तावेज शामिल किए जाने का आरोप लगा है। जिसके खिलाफ लगे आरोपों की जांच कर रही केंद्रीय समिति के समक्ष अपना पक्ष रखने की बात पूजा खेडकर ने कही है। खेडकर (34) इन दिनों सिविल सेवा परीक्षा में चुने जाने के लिए फर्जी तरीके का इस्तेमाल करने के आरोपों के घिरी हैं। उन्होंने खुद को कथित तौर पर शारीरिक रूप से दिव्यांग और अन्य पिछड़ा वर्ग (ओबीसी) समुदाय का बताया था।
समिति जो भी निर्णय लेगी, वह सभी को स्वीकार्य होगी
खेडकर ने कहा, मैं अपने पक्ष में समिति के समक्ष अपनी बात रखूंगी. मुझे लगता है कि समिति जो भी निर्णय लेगी, वह सभी को मान्य होना चाहिए।उन्होंने कहा, यहां एक परिवीक्षाधीन अधिकारी के रूप में मेरी जिम्मेदारी काम करना और सीखना है और मैं यही कर रही हूं।जिसकी लिए की टिका-टिप्पणी नहीं की जी सकती। सरकार के विशेषज्ञ (समिति) ही फैसला करेंगे। इसके लिए ना तो मैं, न आप (मीडिया) और न ही जनता फैसला कर सकती है।
जब तक आप दोषी साबित नहीं हो जाते, तब तक आप निर्दोष हैं
खेडकर ने कहा, जो भी समिति के द्वारा फैसला लिया जाएगा, वह सार्वजनिक होगा। लेकिन, अभी मुझे चल रही जांच के बारे में आपको बताने का कोई अधिकार नहीं है. यह पूछे जाने पर कि क्या उन्हें निशाना बनाया जा रहा है, खेडकर ने कहा, हर कोई जानता है कि मेरे आगे पीछे किस तरह की झूठी गतिविधियां चल रही है. उन्होंने कहा कि भारतीय संविधान इस तथ्य पर आधारित है कि जब तक आप दोषी साबित नहीं हो जाते, तब तक आप निर्दोष हैं।