नई दिल्ली। जन्माष्टमी का पर्व 27 अगस्त पूरे देश में धूमधाम से मनाया जा रहा है जिसके लिए तैयारियां पूरे जोरशोर से शुरू हो चुकी है। मदिंर सजाए जाने लगे है। इसकी बीच राजधानी जयपुर में भी इसकी पर्व की तैयारी को लेकर भक्तो में बड़ा जोश दिखाई दे रहा है। जयपुर शहर में स्थित गोविंद देव जी, अक्षयपात्र, इस्कॉन, राधा दामोदर जी, गोपीनाथ जी जैसे बड़े बड़े मंदिरों को पूलों और चांदनी से दुल्हन की तरह सजा दिया गया है। बालकृष्ण के जन्म के बाद अगले दिन शहर में नंदोत्सव के तहत शोभायात्रा निकाली जाती है। जिसें देखने को लिए दूर दूर से लोग आते है। लोगों के बढ़ती उंमग को देखते हुए भजनलाल सरकार ने मंगलवार को जयपुर शहर में आधे दिन का अवकाश दिए जाने की घोषणा की है।
विभाग ने आदेश किए जारी
सामान्य शासन विभाग ने आदेश जारी करते लिखा कि ‘भगवान श्री कृष्ण जन्माष्टमी उत्सव की शोभायात्रा के उपलक्ष्य में दिनांक 27.08.2024 (मंगलवार) को मध्यान्ह 1.30 बजे से जयपुर शहर स्थित राजस्थान सरकार के समस्त कार्यालयों/ राजकीय उपक्रमों/ शिक्षण संस्थानों के लिए आधे दिवस का अवकाश घोषित किया जाता है।’
ऐसे मनाया जाता है जन्माष्टमी का पर्व
हमारे देश में जन्माष्टमी का त्यौहार बड़े ही दूमधाम से मनाया जाता है। वृंदावन से लेकर हर कृष्ण मंदिर में भक्तों की धूम देखने को मिलती है। इस दिन को बड़ा रूप देने के लिए हर मंदिर पूरी तरह से सजाए जाते है। विशेष कीर्तन एवं भजन का आयोजन किया जाता है। अधिकतर लोग इस मौके पर भगवान कृष्ण को प्रसन्न करने के लिए व्रत रखते है। इस दिन प्रसाद के रूप में लड्डू, धने की पंजीरी के साथ माखन-मिश्री का प्रसाद वितरित किया जाता है। साथ ही मंदिरों में दिनभर मेले जैसा जलसा लगा देखने को मिलता है।