Good News: खाटूश्याम भक्तों के लिए खुशखबरी, सरकार ने कर दी बड़ी घोषणा 1

खाटूश्यामजी मंदिर कॉरिडोर को लेकर सरकार ने बड़े स्तर पर काम शुरू कर दिया है। हाल ही में उप मुख्यमंत्री दिया कुमारी ने अधिकारियों के साथ एक महत्वपूर्ण बैठक की, जिसमें खाटूश्यामजी कॉरिडोर की प्रस्तावित डिटेल्ड प्रोजेक्ट रिपोर्ट (डीपीआर) पर विस्तार से चर्चा की गई। इस कॉरिडोर को एक मॉडल परियोजना के रूप में विकसित करने का निर्णय लिया गया है, जिसमें सबसे अधिक ध्यान जन सुविधाओं पर दिया जाएगा।

बैठक में उप मुख्यमंत्री ने जोर दिया कि मंदिर और उसके आसपास के क्षेत्र में आवश्यक जन सुविधाओं के लिए उपयुक्त स्थानों की पहचान की जानी चाहिए। डीपीआर में सड़क, परिवहन, यात्रियों के ठहराव, दर्शनों की सुगमता और भीड़ नियंत्रण जैसे विभिन्न महत्वपूर्ण पहलुओं को ध्यान में रखकर योजना तैयार की जाएगी।

इस परियोजना का मुख्य उद्देश्य खाटूश्यामजी मंदिर आने वाले श्रद्धालुओं के लिए यात्रा को अधिक सुलभ और सुविधाजनक बनाना है। मंदिर के आसपास के क्षेत्र में बेहतर बुनियादी ढांचे का विकास, यातायात प्रबंधन और भीड़ नियंत्रण की योजनाएं शामिल हैं, ताकि यात्रियों को किसी प्रकार की असुविधा न हो।

खाटू श्याम के श्रद्धालुओं को मिलेगा सुखद अनुभव

सरकार इस परियोजना को तेजी से आगे बढ़ाने के लिए प्रतिबद्ध है, जिससे खाटूश्यामजी मंदिर के श्रद्धालु और पर्यटक यहां आने का सुखद अनुभव प्राप्त कर सकें। इस कॉरिडोर के विकसित होने के बाद खाटूश्यामजी मंदिर की यात्रा और भी सुगम हो जाएगी, जिससे मंदिर का महत्व और भी बढ़ेगा।

कॉरिडोर एक मॉडल के रुप में होगा विकसित

उन्होंने इस मामले पर कहा कि खाटू श्याम मंदिर कॉरिडोर को एक मॉडल के रूप में विकसित किया जाएगा। वित्त, सार्वजनिक निर्माण और पर्यटन विभाग के अधिकारियों की इस संयुक्त बैठक में वर्तमान चुनौतियों पर भी चर्चा हुई।

आपकी जानकारी के लिए बता दें कि बता दें कि भजनलाल सरकार ने अपने पहले पूर्ण बजट में खाटूश्यामजी में कॉरिडोर बनाने और मंदिर की भव्यता के लिए 100 करोड़ रुपए की राशि की घोषणा की थी, जिससे इसको अयोध्या और काशी की तर्ज पर बनाया जा सके। 100 करोड़ की लागत में बनने वाले खाटू श्याम कॉरिडोर को लेकर कुछ समय पहले भजनलाल सरकार ने एक मास्टर प्लान भी तैयार किया था।


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