Arshad Nadeem: कभी खेलने के लिए भाला खऱीदने के पैसे नही थे, अब पंजाब सरकार ने खोल दिया अपना खजाना

ई दिल्ली: पाकिस्तान के जैवलिन थ्रोअर अरशद नदीम ने गोल्ड के लिए भाला फेंक कर पूरी दुनिया को हैरत में डाल दिया। अरशद ने पेरिस ओलंपिक 2024 में न सिर्फ गोल्ड मेडल जीता बल्कि उन्होंने पिछले कई वर्षों का ओलंपिक का रिकॉर्ड भी ध्वस्त कर दिया। अरशद नदीम की इस उपलब्धि पर पाकिस्तान के पंजाब प्रांत की मुख्यमंत्री मरियम नवाज ने पाकिस्तानी 10 करोड़ रुपए ईनाम की घोषणा की है।

आपको बता दें इससे पहले एक समय ऐसा भी था जब अरशद नदीम के पास अंतरराष्ट्रीय स्तर का भला तक मौजूद नहीं था। अरशद को प्रेक्टिस के लिए टूटे हुए भाले का उपयोग करना पड़ता था। यहां तक की अरशद पिछले ओलंपिक में सिल्वर जीतने के बाद भी अपने लिए भले का जुगाड़ नहीं कर पाए थे, और क्राउड फंडिंग से उन्हें भला खरीदना पड़ा था। लेकिन आज अरशद नदीम के ऊपर पैसों की बारिश हो रही है।

पेरिस ओलंपिक 2024 में गोल्ड मेडल जीतने के बाद अरशद नदीम ने सबसे पहले अपने माता-पिता को फोन कर इसकी जानकारी दी, और उन्होंने पाकिस्तान में नए खिलाड़ियों को तैयार करने के लिए एक खेल गांव बनाने की मंशा जाहिर की। नादीम उनके पिता मुहम्मद अरशद ने एक इंटरव्यू में कहा कि, “उसे जो इतनी लोकप्रियता मिली है उसके लिए अल्लाह के शुक्रगुजार हैं। उम्मीद है कि यह ओलंपिक स्वर्ण पदक अब ग्रामीण इलाकों में खिलाड़ियों के लिए एक खेल अकादमी बनाने के प्रयास में मददगार होगा।”

आपको बता दें चाहे पाकिस्तान हो नेपाल, बांग्लादेश या भारत इन देशों में क्रिकेटर से ज्यादा एथलीट्स को ना तो धन दौलत मिलती है और ना ही शोहरत मिलती है। जिससे प्रतिभाशाली खिलाड़ी सुविधाएं ना मिलने के चलते अपनी कला के साथ धराशाई हो जाते है। अब सरकार इस खिलाड़ी के नाम पर उनके गृहनगर खानेवाल में एक स्पोर्ट्स सिटी बनाना का एलान कर रही है




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