Bangladesh Crisis: भारत के लगभग सभी पड़ोसी देशों में तख्तापलट की स्थिति चल रही है। आजादी के बाद से अब तक पाकिस्तान बहुत सारे तख्ता पलट झेल चुका है। बीते साल श्रीलंका में भी हमने पैसों की तंगी के कारण तख्ता पलट देखा। बीते कुछ दिनों से आरक्षण का मुद्दा बांग्लादेश में इतना अधिक बढ़ गया है कि अब वहां तख्तापलट हो रहा है। बांग्लादेश की स्थिति दिन के दिन खराब होती जा रही है। वहां हिंदुओं की स्थिति बत से बत्तर हो गई है।
बांग्लादेश में आरक्षण को लेकर एक विद्रोह उठा था जो धीरे-धीरे इतना बड़ा बन गया कि वहां के प्रधानमंत्री शेख हसीना को देश छोड़कर भागना पड़ा। बांग्लादेश के प्रधानमंत्री के देश छोड़कर भागने के बाद वहां की स्थिति और खराब हो गई है। हर जगह अराजकता का माहौल बना हुआ है। इस पर भारत देश के विपक्ष पार्टी के नेता राहुल गांधी ने केंद्र सरकार से कुछ तीखे सवाल किए हैं।
बांग्लादेश की स्थिति पर हुई है चर्चा
बांग्लादेश की प्रधानमंत्री देश छोड़कर भाग चुकी है। वहां पूरी तरह से तख्ता पलट हो चुका है। बांग्लादेश में तख्ता पलट के बाद स्थिति और खराब होती जा रही है। इस बीच हमारे देश में एक सर्वदलिया बैठक संसद में हुई है। इस बैठक में भारत के विदेश मंत्री डॉ एस जयशंकर ने सभी नेताओं को बांग्लादेश की स्थिति के बारे में पूरी तरह से अवगत करवाया है।
इस चर्चा के बाद राहुल गांधी ने केंद्र सरकार से कुछ सवाल किए हैं। राहुल गांधी ने मोदी सरकार से पूछा कि क्या इसमें विदेशी ताकतों का हाथ है? राहुल गांधी ने पूछा कि बांग्लादेश के लिए सरकार की अभी और लंबे समय में क्या योजना है? इसके अलावा विपक्ष ने कई सवाल किया लेकिन उन्होंने साफ किया है कि वह इस मुद्दे पर सरकार के साथ है।
इस चर्चा में वक्फ बोर्ड को लेकर भी उठे हैं सवाल
देश के विभिन्न मीडिया हाउसों में यह बात चल रही है कि अगर वक्फ बोर्ड का मुद्दा देश के विपक्ष को पसंद नहीं आ रहा है तो क्या यह आगे चलकर तख्ता पलट की स्थिति पैदा कर सकता है?
अलग-अलग मीडिया हाउस और अलग-अलग लोग इस विषय पर अपनी राय लगातार प्रस्तुत कर रहे हैं। हर जगह यह चर्चा का माहौल बना हुआ है कि वक्फ बोर्ड का मुद्दा सरकार के तख्ता पलट का मुद्दा बन सकता है या नहीं? हालांकि कुछ मुसलमान वर्ग के लोगों का भी मानना है कि वक्फ बोर्ड के द्वारा अवैध तरीके से जमीन को कब्जा किया जाता है, इसलिए इस तरह का संशोधन जरूरी है।
लेकिन अभी भी पक्ष विपक्ष इस मुद्दे को लेकर भीषण बहसबाजी में जुटे हुए हैं। कुछ लोग इस बात का अंदाजा लगा रहे हैं कि यह मुद्दा देश में आंदोलन या अराजकता की स्थिति को पैदा कर सकता है। हालांकि सरकारी इसको लेकर पूरी तरह से सजग है वह किसी भी प्रकार की स्थिति में देश के नागरिकों की सुरक्षा के साथ समझौता नहीं करेगी।
इसके अलावा देश के सभी नागरिकों को जागरूक रहने की जरूरत है। हमें समझना चाहिए कि भारत देश के आसपास के देशों की स्थिति लगातार खराब हो रही है। बांग्लादेश की स्थिति केवल अलोकप्रिय सरकार का गिरना नहीं है यह उससे कहीं ज्यादा है।