गोल्ड मेडल में कितने ग्राम सोना और कितनी मिलावट? जानिए एक मेडल की लागत कितनी होती है
इन दिनों ओलंपिक का खेल बड़ी ही जोर शोर के साथ चल रहा है। पुरे ही विश्व की नजर ओलंपिक के खेल पर होती है क्योंकि इस खेल में हर एक देश के खिलाडी जुड़ते है। ओलंपिक का खेल चार साल में एक बार खेला जाता है। इस खेल में जो खिलाडी जीतते है उन्हें ब्रोंज, सिल्वर या फिर गोल्ड मेडल दिए जाते है। इस बार के ओलंपिक खेल में भारत के खाते में तीन ब्रोंज मेडल आ चुके है। लेकिन गोल्ड मेडल अभी तक नही आया है। उम्मीद है की किसी ना किसी खेल में भारत को गोल्ड मेडल भी मिल ही जायेगा।
लेकिन जब मेडल की बात आती है तब हमारे मन एक सवाल जरुर आता है की क्या यह गोल्ड मेडल पूरा सोने का बना हुआ होता है। आपके मन में भी यह सवाल कई बार आता होगा। अगर आपके भी मन में यही सवाल है की गोल्ड मेडल पूरा गोल्ड से बना हुआ होता है या फिर किसी और धातु का प्रयोग किया जाता है। तो आइये हम आपको इस सवाल का जवाब देते है।
क्या गोल्ड मेडल पूरा सोने से बना है
ओलंपिक में गोल्ड मेडल सबसे उच्च मेडल माना जाता है। यानी की जो विजेता होते है उन्हें गोल्ड मेडल प्रदान किया जाता है। इस गोल्ड मेडल का कुल वजन 556 ग्राम के करीब होता है। ऐसे में अब हमारे मन में सवाल आता है की गोल्ड मेडल में 556 ग्राम सोना होगा। लेकिन ऐसा नही है 556 ग्राम के गोल्ड मेडल में मात्र 6 ग्राम ही सोना होता है। इसके अलावा 92.5 ग्राम जितना सिल्वर मिक्स किया जाता है। बाकी पुरे गोल्ड मेडल में कॉपर धातु का इस्तेमाल किया जाता है। इस तरीके से गोल्ड, सिल्वर और कॉपर मिलाकर गोल्ड मेडल को बनाया जाता है।
गोल्ड मेडल पूरा सोने का क्यों नही होता
दरअसल सोने के रेट काफी ज्यादा होने की वजह से पूरा गोल्ड मेडल सोने का नही बनाया जाता है। अगर 556 ग्राम गोल्ड मेडल को पुरे सोने से बनाया जाए तो यह थोडा मुश्किल भी है फिर इस गोल्ड मसल की कीमत भी ज्यादा हो जाएगी।
गोल्ड मेडल की कीमत कितनी होती है
वैसे तो गोल्डे मेडल सिल्वर, गोल्ड और कॉपर से बनाया जाता है। फिर भी एक गोल्ड मेडल बनाने में 55 से 60 हजार रूपये खर्चा आ जाता है।