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हिन्दी कंटेंट राइटिंग में कितना स्कोप

Hindi Content Writing: आजकल के दौर में युवा आजादी से काम करने को प्राथमिकता देते हैं. इसके लिए वे फ्रीलांस काम की तरफ कदम बढ़ा रहे हैं. कई एक्सपर्ट्स का मानना है कि फ्रीलांस कंटेंट राइटिंग से महीने में 25 से 50 हजार तक की कमाई की जा सकती है. जानकारी के मुताबिक आजकल कई पीआर एजेंसियां कंटेंट राइटिंग कराती हैं. वे हिंदी के आर्टिकल के लिए 500 रुपये और अंग्रेजी के लिए 1000 रुपये देती हैं. इन एजेंसियों से संपर्क कर महीने में 30-40 हजार कमाए जा सकते हैं. एजेंसियां क्रिएटिव राइटिंग या स्लोगन लिखने लिए भी फ्रीलांस काम देती हैं.      

कुछ नॉवेल या किताब के पब्लिशर्स ट्रांसलेशन कराते हैं, जिसके वे पैसे देते हैं. पब्लिशिंग हाउस से बात कर इस तरह के काम को किया जा सकता है. अपने सोशल मीडिया हैंडल्स के जरिए अपने काम के बारे में लोगों को जानकारी देकर अपना प्रचार किया जा सकता है. इससे फ्रीलांस काम कराने वाले आपसे खुद संपर्क कर लेंगे. किसी की कहानी पर बुक लिखने के लिए भी फ्रीलांर्स को काम दिया जाता है. इसके लिए उन्हें दिए गए समय में काम पूरा करना होता है.  

यूट्यूब और सोशल मीडिया के दौर में कंटेंट क्रिएटर की मांग भी बढ़ी है. यूट्यूबर को वीडियो के लिए स्क्रिप्ट की जरूरत पड़ती है, जो कंटेंट क्रिएटर का काम है. अगर किसी यूट्यूबर से संपर्क किया जा सकता है. फेसबुक या इंस्टाग्राम पर इन्फ्लुंएसर्स क्रिएटिव राइटर की मदद लेते हैं. इस तरह के इन्फ्लुंएसर्स से बात की जा सकती है.

बॉलीवुड और टीवी इंडस्ट्री पर किताब ‘एक सफर में’ लिख चुके झारखंड के जमशेदपुर के अंशुमन भगत कहते हैं कि उन्होंने हिन्दी फ्रीलांस कंटेंट राइटिंग को ही चुना है. वह इसी में खुद को आगे बढ़ा रहे हैं. उन्होंने ‘ओन थॉट, बेस्ट इंस्पिरेशनल कोट्स बाय अंशुमन भगत, आर्ट ऑफ मेकिंग साइड इनकम और राजनीति घेराव नाम की किताबें भी लिखी हैं.

Hindi content writing: हिन्दी कंटेंट राइटिंग में कितना स्कोप, कितनी कर सकते हैं कमाई 2
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