वसूली के लिए ठगों ने युवकों को कर रखा था बहाल
धनबाद.
नकली फूड सेफ्टी ऑफिसर बन कर धनबाद जिला के विभिन्न दुकानों से लाखों रुपये की ठगी मामले में स्वास्थ्य विभाग की जांच में एक नया खुलासा हुआ है. फूड सेफ्टी अधिकारी राजा कुमार ने बताया कि जांच में पता चला है कि ठगों ने गोविंदपुर के परासी गांव से दो, देवली व निरसा के मुड़मा से एक-एक युवकों को फर्जी तरीके से बहाल कर रखा था. इन युवकों के जरिये गिरोह का सरगना दीपक नकली फूड सेफ्टी अधिकारी के नाम पर जिले के विभिन्न दुकानदारों से पैसे की उगाही करता था. स्वास्थ्य विभाग ने चारों युवकों का पता लगा लिया है.
एफएसएसएआइ के नाम पर युवकों को फर्जी तरीके से किया गया था बहाल:
फूड सेफ्टी अधिकारी राजा कुमार ने बताया कि जांच में पता चला है कि ठगों ने कुछ दिन पूर्व फूड सेफ्टी विभाग के नाम पर फर्जी बहाली निकाली थी. एफएसएसएआइ में बहाली के नाम पर युवकों को फर्जी तरीके से बहाल किया गया था. इसके लिए हाउसिंग कॉलोनी में चारों युवकों का इंटरव्यू हुआ था.
जाने क्या है मामला :
फूड इंस्पेक्टर राजा कुमार को जानकारी मिली कि दो लोग नकली फूड सेफ्टी अधिकारी बनकर दुकानदारों से ठगी कर रहे हैं. इसके बाद जांच शुरू की गयी. इसमें पता चला कि दो युवक पिछले कई दिनों से बरवाअड्डा, गोविंदपुर, निरसा, टुंडी, बलियापुर, ताेपचांची और आसपास के क्षेत्रों में फूड सेफ्टी अधिकारी बन दुकानदारों का फाइन काट रहे हैं. सभी को खाद्य सुरक्षा मानक प्रमाणन की रसीद काटकर दी जा रही है. किसी से 1500 तो किसी से एक हजार रुपये जुर्माना वसूला गया. जांच के दौरान दो युवकों की तस्वीर भी विभाग को मिली है.
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