भारत की इस राज्य की धरती उगल रही ‘सफेद सोना’, जमीन में दबी इस दुर्लभ धातु को देख लोग हो रहे दंग 1

नई दिल्ली. हमारे देश के कई राज्यों की कई खदाने मिली है। जिससे ना केवल सोना बल्कि हीरे निकाले जा रहे है। अब इसके बीच ऐसी धातु की खदान का पता चला है। जो सफेद सोना उगल रही है। इन दिनों दुनियाभर में क्रिटिकल मिनरल्स की डिमांड काफी ज्यादा है। यह ऐसी धातु है जिसमें एंटीमनी, बेरिलियम, बिस्मथ, कोबाल्ट, कॉपर, गैलियम समेत 30 से अधिक मिली हुई होती है जिसके चलते इसे  क्रिटिकल मिनरल कहा जाता है। इस केटेगरी में ‘लिथियम’ धातु का नाम भी सामने आता है, जिसे ‘सफेद सोना’ कहा जाता है।

लिथियम का भंडार जिस देश मे मिलता है वो मालामाल हो जाता हैं क्योंकि इस मेटल का इस्तेमाल सबसे ज्यादा रिचार्जेबल बैटरी को बनाने में किया जाता है। और इस समयदेश में इलेक्ट्रिक वाहन के साथ रिचार्जेबल इलेक्ट्रिक प्रोडक्ट्स की मांग काफी तेजी से बढ़ रही है।

भारत के कुछ राज्यों में मिले हैं. जियोलॉजिकल सर्वे ऑफ इंडिया ने लिथियम के बड़े भंडार खोजे है जिसमें वे राज्य है छत्तीसगढ़, राजस्थान, कर्नाटक, और जम्मू-कश्मीर, इसके अलावा बिहार, आंध्र प्रदेश, ओडिशा और गुजरात में भी लिथियम के भंडार पाए जाने की संभावना जती जा रही है. छत्तीसगढ़ में भारत की सबसे पहली लिथियम खदान से इस दुर्लभ धातु को निकालने की तैयारी शुरू हो गई है।

छत्तीसगढ़ का लिथियम भंडार

छत्तीसगढ़ के कोरबा जिले में कठघोरा इलाके में भारत की पहली लिथियम खदान मिली थी जिसके तहत जीएसआई ने लगभग 250 हेक्टेयर में 10 से 2,000 पार्ट्स प्रति मिलियन (पीपीएम) के बीच लिथियम के होने की पुष्टि की है।

कहां-कहां होता लिथियम का इस्तेमाल

लिथियम ऐसी धातु है जिसका इपयोग आज के समय में सबसे ज्यादा चीजों के लिए किया जाने लागा है इसमें जैसे इलेक्ट्रिक वाहनों (EV) के लिए, मोबाइल फोन मे लगी बैटरी के लिए, लैपटॉप, ब्लूटूथ स्पीकर समेत कई अन्य इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस जो बैटरियों से चलते है। भारत इन धातुओं को विदेशों से मंगाता है।


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