भारतीय रिजर्व बैंक ने तीन बैंको पर लगाया गया जुर्माना, नियम नहीं मानने पर हुई कारवाई 1
हमारे देश की सबसे बड़ी बैंक भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) ने वीजा वर्ल्डवाइड, ओला फाइनेंशियल सर्विसेज और मणप्पुरम फाइनेंस जैसी कंपनियों पर बड़ा एक्शन लेते हुए भारी जुर्माना लगा दिया है।
बता दें कि भारतीय रिजर्व बैंक ने वीजा वर्ल्डवाइड प्राइवेट लिमिटेड कंपनी पर 2.4 करोड़ रुपये और मणप्पुरम फाइनेंस लिमिटेड कंपनी पर 41.5 लाख रुपये का जुर्माना लगा दिया है।
ओला फाइनेंशियल सर्विसेज पर की कार्रवाई
तो वहीं आरबीआई ने ओला फाइनेंशियल सर्विसेज पर भी सख्त कार्रवाई की है। केंद्रीय बैंक ने फाइनेंशियल सर्विसेज पर दो अलग-अलग नियमों की अनदेखी के कारण 33.40 लाख रुपये का जुर्माना लगाया गया है। आपको बता दें कि भारतीय रिजर्व बैंक ने वीजा वर्ल्डवाइड प्राइवेट लिमिटेड पर निर्देशों का पालन नहीं करने के कारण इस जुर्माने को लगाया है।
केवाईसी के निर्देशों का पालन नहीं करने पर लिया एक्शन
इसके अलावा भारतीय रिजर्व बैंक ने ओला फाइनेंशियल सर्विसेज पर नो योर कस्टमर (केवाईसी) के निर्देशों का पालन नहीं करने के लिए करीब 33.40 लाख रुपये का जुर्माना लगाया गया था। तो वहीं आरबीआई ने दूसरा जुर्माने को करीब 54.15 लाख रुपये का भुगतान और निपटान प्रणाली अधिनियम 2007 के अंतर्गत के अनुपालन कमियों के कारण लगाया गया है।
इस मामले को गंभीरता से लेते हुए भारतीय रिजर्व बैंक ने कहा कि पीएसओ मणप्पुरम फाइनेंस और ओला फाइनेंशियल सर्विसेज पर अपने कस्टमर को केवाईसी का पालन नहीं करने पर जुर्माना लगाया गया है।
इसके बाद आरबीआई ने ओला फाइनेंशियल सर्विसेज और वीजा वर्ल्डवाइड को कुछ प्रावधानों का उल्लंघन करने के लिए समझौता करने के आदेश को जारी किया है।
RBI ने कही ये बड़ी बात
आपको बता दें कि भारतीय रिजर्व बैंक ने इस मामले पर कहा कि वीजा वर्ल्डवाइड प्राइवेट लिमिटेड ने केंद्रीय बैंक से मंजूरी लिए बिना ही पेमेंट अर्थेटिफिकेशन सॉल्यूशन को लागू किया था जिसके कारण ऐसे सख्त कदम उठाए गए हैं।
RBI की इस कार्रवाई का मुख्य उद्देश्य वित्तीय सेवा कंपनियों को अनुशासन में रखना और ग्राहकों के हितों की रक्षा करना है। वित्तीय अनुशासन और नियामक प्रावधानों का पालन न करने वाली कंपनियों पर सख्त कार्रवाई से यह स्पष्ट संदेश जाता है कि भारतीय रिजर्व बैंक किसी भी प्रकार की वित्तीय अनियमितताओं को बर्दाश्त नहीं करेगा।