थाईलैंड की सबसे युवा प्रधानमंत्री बनीं पैटोंगटार्न, PM मोदी ने दी बधाई

Thailand PM updates: थाईलैंड की प्रधानमंत्री बनीं पैटोंगटार्न शिनावात्रा को PM मोदी ने एक्स पर बधाई दी. पैंटोंगटार्न ने महज 37 वर्ष की उम्र में ही शाही मंजूरी के बाद प्रधानमंत्री पद का कमान अपने हाथों में ले लिया है. वह शिनावात्रा परिवार की तीसरी सदस्य हैं जो इस पद पर पहुंची हैं. साथ ही वह थाईलैंड में अब तक की सबसे युवा प्रधानमंत्री हैं. PM मोदी ने भी उन्हें प्रधानमंत्री बनने पर आज बधाई दी और कहा कि वह दोनों देशों के बीच संबंधों को और मजबूत करने के लिए उनके साथ मिलकर काम करेंगे. थाईलैंड के पूर्व राष्ट्रपति थाकसिन शिनावात्रा की बेटी पैटोंगटार्न शिनावात्रा ने रविवार को शाही समर्थन पत्र मिलने के बाद थाईलैंड के प्रधानमंत्री पद को स्वीकार किया और कहा कि वह खुले दिमाग से अपने देश के लिए काम करेंगी.

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भारत और थाईलैंड के द्विपक्षीय संबंधों को मजबूत करेंगे

थाईलैंड की संसद ने पैटोंगटार्न शिनावात्रा को शुक्रवार को देश की नई प्रधानमंत्री चुना है. PM मोदी ने उन्हें बधाई देते हुए कहा कि- ‘थाईलैंड की प्रधानमंत्री चुने जाने के लिए पैटोंगटार्न शिनावात्रा को बधाई और एक सफल कार्यकाल के लिए शुभकामनाएं. सभ्यता, सांस्कृतिक और लोगों से लोगों के बीच संपर्क की मजबूत नींव पर आधारित भारत और थाईलैंड के द्विपक्षीय संबंधों को और मजबूत करने के लिए आपके साथ मिलकर काम करने की आशा करता हूं.’ बता दें कि इससे पहले श्रेथा थाविसिन को संवैधानिक न्यायालय ने नैतिकता उल्लंघन के कारण दो दिन पहले पद से हटा दिया था, जिसके बाद पैटोंगटार्न को प्रधानमंत्री चुना गया. अब पैटोंगटार्न ही फेऊ थाई पार्टी की नई नेता होंगी और उस गठबंधन का नेतृत्व करेंगी.

पिता-पुत्री एक-दूसरे का हाथ थामे हुए साथ-साथ चलते नजर आए

पैटोंगटार्न थाईलैंड की कमान संभालने वाली शिनावात्रा परिवार की तीसरी सदस्य हैं. इससे पहले इनके पिता थाकसिन शिनावात्रा और चाची यिंगलक शिनावात्रा भी प्रधानमंत्री पद पर रह चुकी हैं. इनके पिता और चाचा को तख्ता पलट के जरिए सत्ता से बेदखल कर दिया गया था और उन्हें देश छोड़कर भागना पड़ा था, लेकिन फेऊ थाई पार्टी की सरकार बनने पर वे वापस थाईलैंड लौट आए थे. पैटोंगटार्न को बैंकॉक स्थित पार्टी मुख्यालय में आयोजित एक समारोह में नियुक्ति पत्र प्रदान किया गया, जिसमें सत्तारूढ़ गठबंधन के वरिष्ठ सदस्य और उनके पिता भी उपस्थित थे. थाकसिन की कोई औपचारिक भूमिका नहीं है, लेकिन उन्हें फेऊ थाई पार्टी का वास्तविक नेता माना जाता है. वहां पिता-पुत्री एक ही कार में आए और मुस्कुराते हुए एवं एक-दूसरे का हाथ थामे हुए साथ-साथ चलते नजर आए.

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