ओलिंपिक में कौनसा मैडल जितने पर कितनी मिलती है धन राशि 1
नई दिल्ली पेरिस में हो रहे ओलंपिक खेलों पर पूरी दुनिया की नजरें टिकी हुई हैं। इस मुकाबले में दुनिया के कई बड़े एथलीट हिस्सा ले रहे हैं और सभी का लक्ष्य गोल्ड मेडल हासिल करना है। भारत ने अब तक पेरिस ओलंपिक में 3 मेडल जीते हैं, और ये तीनों मेडल निशानेबाजी में प्राप्त किए गए हैं। मुंबई के निशानेबाज को महाराष्ट्र सरकार ने इनामी राशि देने की घोषणा की है।
ओलंपिक में मेडल जीतने पर कितना इनाम मिलता है?
ओलंपिक में खेलना और देश के लिए मेडल जीतना हर खिलाड़ी का सपना होता है। कुछ ही खिलाड़ी इस सपने को साकार कर पाते हैं। भारतीय निशानेबाज मनु भाकर ने ओलंपिक में इतिहास बनाते हुए दो मेडल जीते हैं। 10 मीटर एयर पिस्टल में और मिक्स्ड इवेंट में सरबजोत सिंह के साथ कांस्य पदक जीतकर उन्होंने यह मशहूर स्थापित किया है।
ओलंपिक में मेडल जीतने पर मिलती है क्या इनामी राशि?
यह जानकर हैरानी होगी कि इंटरनेशनल ओलंपिक कमेटी (IOC) मेडल जीतने वाले खिलाड़ियों को नकद इनाम नहीं देती है। यानी, जब खिलाड़ी ओलंपिक में मेडल जीतते हैं, तो उन्हें पैसे नहीं मिलते। इसी तरह, भारतीय ओलंपिक संघ (IOA) भी अपने खिलाड़ियों को ओलंपिक जीतने पर नकद इनाम नहीं देता है। यह सुनकर लोग अक्सर चौंक जाते हैं क्योंकि उन्हें लगता है कि इतनी बड़ी प्रतियोगिता में मेडल जीतने पर खिलाड़ियों को पैसे भी मिलते होंगे। लेकिन ऐसा नहीं होता। खिलाड़ियों को सिर्फ मेडल और सम्मान मिलता है, लेकिन नकद इनाम नहीं।
भारत सरकार का इनामी राशि प्रावधान
ओलंपिक में मेडल जीतने वाले भारतीय खिलाड़ियों के लिए भारत सरकार ने नकद इनाम की व्यवस्था की है। गोल्ड मेडल जीतने वालों को ₹75 लाख, सिल्वर मेडल जीतने वालों को ₹50 लाख और ब्रॉन्ज मेडल जीतने वालों को ₹30 लाख रुपये दिए जाते हैं। इसके अलावा, राज्य सरकारें भी अपने खिलाड़ियों के लिए अलग से इनामी राशि देती हैं। यह इनाम खिलाड़ियों को प्रोत्साहित करता है और उन्हें अपने खेल में और मेहनत करने की प्रेरणा देता है। इससे वे अपनी जरूरतों को पूरा कर सकते हैं और बेहतर ट्रेनिंग प्राप्त कर सकते हैं।
Olympic prize money
इस प्रकार, ओलंपिक में मेडल जीतने वाले भारतीय खिलाड़ियों को न केवल सम्मान मिलता है, बल्कि उन्हें पैसे का इनाम भी मिलता है। यह इनाम उन्हें सरकार और कई अन्य संस्थाओं से मिलता है। यह आर्थिक मदद खिलाड़ियों को भविष्य में और मेहनत करने और बेहतर प्रदर्शन करने के लिए प्रेरित करती है। इस पैसे से वे अपनी ट्रेनिंग और जरूरतों का ध्यान रख सकते हैं। इससे उन्हें अपनी खेल की क्षमता को बढ़ाने का मौका मिलता है और देश के लिए और भी मेडल जीतने की कोशिश करने का हौसला मिलता है। इस तरह, खिलाड़ियों को सम्मान और आर्थिक मदद दोनों मिलते हैं, जो उनके करियर को आगे बढ़ाने में मददगार होते हैं।