नई दिल्ली। बारिश के दिनों में आपको हर घनी जगहों पर सांप देखने को मिल जाएंगे। यहां तक कि आपके घर के आसपास इन दिनों सापों का दिखना आम बात है। सांप के सामने आने से इंसान के शरीर के रोगंटे खड़े हो जाते है। क्योकि इसके डसने से निकला एक बूंद जहर इसांन का काम तमाम कर देता है। जिससे इंसान इसे दूर से देखते ही भाग खड़ा होता है।
जिस तरह से इंसान सांप से डरा रहता है तो दूसरी और सांप का भी एक दुश्मन ऐसा है जिसे देख सांप भी अपना रास्ता बदल लेता है। आपने अक्सर किताबों में सांप नेवले की लड़ाई के बारे में काफी पढ़ा और सुना होगा। जीं हां, नेवला सापं का सबसे बड़ा दुश्मन होता है। यह एक दूसरे को देखते ही मारने पर उतारू हो जाता है। और दोनों के बीच की लड़ाई में अक्सर नेवला की जीत होती है। सांप उसके सामने कितना भी अपना जहर निकाल लें, उसके शरीर में सांप के जहर का कोई असर नही होता है। जिसके चलते सांप मारा जाता है। आज हम आपको बता रहे है कि सांप के जहर से कैसे बच जाता है नेवला। आइये जानते है इस तथ्य के बारे में विस्तार से..
यूजर ने उठाया था सवाल
जानकारी दे दें की सांप के जहर का असप नेवला पर क्यो ही होता, हमेशा ऐसे सवाल प्रश्न पत्रों में पूछे जाते हैं। इस प्रश्न का उत्तर आज हम यहा दे रहे है। जिससे आप भी जान सकें कि सापं के जहर का असर नेवलने के शरीर पर क्यो नही होता है।
यह है असल कारण
आपको जानकारी के लिए बता दें की नेवले का आहार सांप होता है। ऐसे में जब भी वो सांप को सामने देखता है उसे खाने के लिए टूट पड़ता है। लेकिन सांप भी अपनी रक्षा में नेवले पर टूट जाता है। और इसके बाद शुरू होजाती है। सांप और नेवले की जंग। इस लड़ाई में सांप अपने बचाव में कई बार नेवले पर वार करके उसे डसने की कोशिश करता है लेकिन नेवले पर उसके जगहर का कोई प्रभाव नहीं पड़ता है।
नेवले पर सांप के जहर का असर होने का सबसे बड़ा कारण यह है कि नेवले के शरीर में एसिटाइलकोलिन नामक पदार्थ पाया जाता है, जो की सांप के विष के प्रभाव को तुरंत कम करने में मदद करता है जिससे नेवला मरने से बच जाता है। इस प्रकार से नेवले तथा सांप की लड़ाई में हमेशा नेवला ही विजयी होता है।