हाई ब्लड शुगर बन सकता है खतरा,जानिए डायबिटिक और प्री-डायबिटिक मरीज के शुगर लेवल के बारे में.. 1

नई दिल्ली। Blood Sugar: आज के समय में ब्लड शुगर एक जटिल समस्या बनती जा ही है। जो भारत के लोगों में ज्यादा देखने को मिल रही है। शरीर में ब्लड शुगर का लेवल बढ़ने से मरीज की हालत बिगड़ना शुरू हो जाती है। इसलिए ब्लड शुगर लेवल का बढ़ने से पहले प्री डायबिटीज या डायबिटीज के संकेत मिलना शुरू हो जाते है। जिससे आप समय रहते इसे कंट्रोल कर सकते है। आइए जानते हैं कैसे कर सकते हैं हाई ब्लड शुगर से बचाव।
ब्लड शुगर होने के कारण
हमारे शरीर में एनर्जी कार्बोहाइड्रेट्स से मिलती है। क्योकि कार्बोहाइड्रेट्स में ग्लूकोज की मात्रा पाई जाती है, लेकिन जब ब्लड में ग्लूकोज का लेवल बढ़ने लग जाता है तो, ब्लड शुगर हाई होता, जो डायबिटीज के खतरे को बढ़ाने का कामत करता है। जिसके बाद से शरीर में चक्कर आना , सुस्ती का बढ़ना थकान रहना जैसी समस्या होनी शुरू हो जाती है।
ब्लड शुगर को यदि चेक करें तो सामान्य रेंज फास्टिंग में 70mg/dL से 100mg/dL होनी चाहिए और खाने के 2 घंटे बाद 140mg/dL से कम होनी चाहिए। ब्लड शुगर लेवल बढ़ने की समस्या को हाइपरग्लाइसीमिया कहते हैं, जो अक्सर डायबिटीज के मरीजों में देखने को मिलती है।
कैसे रोकें ब्लड शुगर के बढ़ते लेवल को
एक्सरसाइज करें
ब्लड शुगर का लेवल समान्य रहे इसके लिए एक्सरसाइज करना जरूरी है। इससे बॉडी में फैट कम होता है, मोटापे का खतरा कम होता है। इसलिए, रोज थोड़ी देर योगा या एरोबिक एक्सरसाइज करना जरूरी होता है।
डाइट का ख्याल रखें
ब्लड शुगर के लेवल को सही रखने के लिए खाने में अधिक प्रोसेस्ड फूड, ज्यादा शुगर और नमक वाला खाना नही खान चाहिए। इससे ब्लड शुगर लेवल तेजी से बढ़ाता है। इसलिए अपनी डाइट में हरी सब्जियां, फल, दही, साबुत अनाज आदि को शामिल करें। साथ ही, डाइट में कार्ब्स की मात्रा नियंत्रित हो।
फाइबर की मात्रा बढ़ाएं
ब्लड शुगर लेवल को नियंत्रित करने के लिए ज्यादा से ज्यादा खाने में फाइबर की मात्रा को बढ़ाएं। फाइबर पाचन के साथ साथ कोलेस्ट्रोल कम करने और वजन कम करने में भी मददगार होता है।
स्ट्रेस कम करें
ब्लड शुगर लेवल के बढ़ने का कारण मानसिक तनाव भी हो सकता है। ज्यादा तनाव होने से बॉडी कॉर्टिसोल रिलीज करती है, जो ब्लड शुगर लेवल को बढ़ाने में मदद करती है। इसलिए तनाव कम करने के लिए योग, मेडिटेशन करें।