बैडमिंटन स्टार साइना नेहवाल ने ‘स्पोर्ट्स की कंगना रनौत’ कहे जाने पर गहरी नाराजगी जताई और आलोचकों को जवाब देते हुए कहा कि उन्हें घर बैठकर राय नहीं देनी चाहिए।
भारत की प्रमुख बैडमिंटन खिलाड़ी साइना नेहवाल ने हाल ही में एक बयान में ‘स्पोर्ट्स की कंगना रनौत’ के उपनाम पर असंतोष व्यक्त किया है। यह उपनाम उन्हें उनकी बोल्ड और बेबाक टिप्पणियों के लिए दिया गया था, जैसा कि बॉलीवुड अभिनेत्री कंगना रनौत को उनके विवादास्पद बयानों के लिए जाना जाता है।
साइना नेहवाल ने इस उपनाम पर तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त की और कहा कि उन्हें अपनी बात रखने का अधिकार है, लेकिन घर पर बैठकर आलोचना करना उचित नहीं है। उन्होंने कहा, “जो लोग मुझे ‘स्पोर्ट्स की कंगना रनौत’ कहते हैं, वे शायद नहीं जानते कि एक खिलाड़ी के रूप में कितनी मेहनत और संघर्ष होता है। घर पर बैठकर राय देना और किसी के प्रयासों का मूल्य नहीं समझना बिल्कुल गलत है।”
साइना ने आगे कहा कि खिलाड़ी अपने प्रदर्शन और विचारों के लिए जिम्मेदार होते हैं और वे अपनी बात रखने का पूरा हक रखते हैं। उनका मानना है कि आलोचना करने से पहले लोगों को खुद उस क्षेत्र में काम करने का अनुभव होना चाहिए। उन्होंने यह भी कहा कि ऐसी आलोचनाओं से खिलाड़ी को प्रेरणा मिलनी चाहिए, लेकिन उन्हें अनुचित और व्यक्तिगत हमलों को नजरअंदाज करना चाहिए।
साइना ने अपने खेल के प्रति अपने समर्पण और मेहनत की ओर इशारा करते हुए कहा कि वह अपने प्रदर्शन और मेहनत से लोगों का मान बढ़ाना चाहती हैं। उनका यह बयान उन लोगों को जवाब देने का एक तरीका था, जो उनके विचारों या कार्यों को लेकर आलोचना कर रहे थे।
इस प्रतिक्रिया से यह स्पष्ट है कि साइना नेहवाल अपने प्रोफेशनल और व्यक्तिगत जीवन में ईमानदारी और संघर्ष को महत्व देती हैं और ऐसे उपनामों को एक नकारात्मक विशेषण के रूप में देखती हैं।
Post Views: 50