संपूर्ण टीकाकरण में जिले की उपलब्धि 85 फीसदी, करें 95 प्रतिशत
अररिया. स्वास्थ्य योजनाओं की मासिक समीक्षा बैठक मंगलवार को समाहरणालय स्थित परमान सभागार में हुई. बैठक की अध्यक्षता सिविल सर्जन डॉ केके कश्यप ने की. इसमें स्वास्थ्य योजनाओं की प्रगति के साथ-साथ आगामी स्वास्थ्य कार्यक्रमों के सफल आयोजन को लेकर विस्तृत रणनीति पर विचार किया गया. बैठक में नियमित टीकाकरण, मुख्यमंत्री डिजिटल हेल्थ योजना के तहत भव्या एप का क्रियान्वयन, गर्भवती महिलाओं का एएनसी जांच, युवा क्लिनिक का संचालन सहित स्वास्थ्य विभाग से संबंधित विभिन्न योजनाओं की उपलब्धियों की समीक्षा करते हुए इसे अधिक प्रभावी व उपयोगी बनाने के उद्देश्य से स्वास्थ्य अधिकारियों को जरूरी निर्देश दिये गये. बैठक में निर्धारित लक्ष्य के मुताबिक नवजात व गर्भवती महिलाओं को जरूरी टीकाकरण से आच्छादित करने पर विशेष जोर दिया गया. डीआईओ डॉ मोईज ने बताया कि संपूर्ण टीकाकरण मामले में जिले की उपलब्धि 85 फीसदी के करीब है. इसे हर हाल में 95 फीसदी तक लाने का लक्ष्य निर्धारित है. इसी तरह एमआर टीकाकरण के विभिन्न डोज में व्याप्त अंतर में सुधार के लिए स्वास्थ्य अधिकारियों को निर्देशित किया गया. बताया गया कि भव्या एप का सफल क्रियान्वयन स्वास्थ्य विभाग की प्राथमिकताओं में शुमार है. इसके तहत मरीजों के पंजीकरण, ऑनलाइन कंस्लटेशन व वाइटल जांच, दवा वितरण संबंधी उपलब्धियों में सुधार को लेकर जरूरी सुझाव अधिकारियों को दिये गये. जानकारी दी गयी कि बीते जुलाई महीने में पूरे गर्भकाल में चार एएनसी जांच मामले में जिले की उपलब्धि 83.12 फीसदी रही है. वहीं प्रथम तिमाही में गर्भवती महिलाओं को चिह्नित करते हुए एएनसी जांच मामले में जिले की उपलब्धि 66 प्रतिशत रही है. स्वास्थ्य अधिकारियों को प्रथम तिमाही में एएनसी जांच की संख्या बढ़ाने पर विशेष जोर दिया गया. पीएमएसएमए अभियान के तहत हाई रिस्क प्रेगनेंसी को चिह्नित करने व इसका कुशल प्रबंधन करते हुए सुरक्षित प्रसव को बढ़ावा देने की रणनीति पर बैठक में विचार किया गया. इसी तरह स्वास्थ्य संस्थानों में संचालित ओपीडी व आरकेएसके के तहत संचालित युवा क्लिनिक का प्रभावी क्रियान्वयन सुनिश्चित करने के लिये स्वास्थ्य अधिकारियों को बैठक में निर्देशित किया गया. सिविल सर्जन डॉ केके कश्यप ने कहा कि स्वास्थ्य योजनाओं के सफल क्रियान्वयन में स्वास्थ्य अधिकारियों का प्रभावी नेतृत्व जरूरी है. स्वास्थ्य अधिकारी अपने स्तर से संचालित विभिन्न योजनाओं की समीक्षा करें. इस क्रम में कमतर प्रदर्शन करने वाले एएनएम व आशा को चिह्नित कर उनके प्रदर्शन में सुधार को लेकर विशेष पहल की जाये. बुधवार व शुक्रवार को सभी एमओआईसी, बीएचएम, बीसीएम अपने स्तर से कम से कम 16 टीकाकरण सत्र स्थलों का निरीक्षण करें. ताकि सत्र का सफल आयोजन संभव हो सके. पीएमएसएमए के निर्धारित तिथि को चिह्नित साइटों पर एमबीबीएस डॉक्टरों की प्रतिनियुक्ति को लेकर निर्धारित रोस्टर तैयार करने का निर्देश उन्होंने दिया. डीपीएम संतोष कुमार ने कहा कि विभिन्न योजनाओं से संबंधित रिपोर्ट तैयार करने से पहले डेटा वेलिडेशन जरूरी है. स्वास्थ्य कर्मी निर्धारित समय पर डेटा उपलब्ध करायें. ताकि डेटा का संधारण कुशलता पूर्वक संभव हो सके. बैठक में डीवीबीडीसीओ डॉ अजय कुमार, सीडीओ डॉ वाईपी सिंह, डीएमएनई पंकज कुमार, डीपीसी राकेश कुमार, सभी प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी, बीएचएम, बीसीएम सहित स्वास्थ्य विभाग के विभिन्न सहयोगी संस्था के प्रतिनिधि मौजूद थे.
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