राजस्थान में पहली बार निकली सोने की खान, प्रदेश होगा मालामाल 1

भारत को सोने की चिड़िया के नाम से जाना जाता है। अभी तक सिर्फ जाना ही जाता था लेकिन अब भारत सोने की चिड़िया बनने वाला है। भारत की भूमि में अब सोना ही सोना निकल रहा है। जो भारत को एक बार फिर से सोने की चिड़िया बनाने वाला है। दरअसल इन दिनों राजस्थान से एक मामला सामने आ रहा है जहाँ से भारत सरकार को लाखो टन धातु और सोना मिल रहे है। क्या है पूरा मामला आइये जान लेते है।
राजस्थान में मिली सोने की खदान
दरअसल राजस्थान के बाँसवाड़ा जिले के घाटोल तहसील भूकिया जगपुरा से यह मामला सामने आ रहा है। इस जगह से सोने की बड़ी बड़ी खदान मिली है। इस खदान से मिलने वाले धातु और सोने के बारे में जान आप चौक जाएगे। यह पूरी खदान छोटी नही बल्कि काफी बड़ी खदान है। यह खदान लगभग 14 वर्ग किलोमीटर में फैली हुई है। ऐसा माना जा रहा है की इस बड़ी खदान से भारी मात्रा में कॉपर, निकेल और कोबाल्ट जैसे कीमती धातु मिल सकते है।
इसमें से 222 तन जितना स्वर्ण धातु होने का अनुमान है। अब यह खदान मिलने के बाद राजस्थान के सीएम भजनलाल शर्मा बहुत ही जल्दी इस खदान की नीलामी करने वाले है। इस के लिए ई-पोर्टल पर नोटिफिकेशन भी जारी कर दिया गया है।
113 टन स्वर्ण मिलने का अनुमान
वैसे तो यह खदान काफी बड़ी है जैसे की हमने आपको पहले ही बताया की यह खदान पुरे 14 वर्ग किलोमीटर में फैली हुई है। इस खदान से सभी प्रकार के धातु मिल सकते है। लेकिन सबसे महंगा धातु तो स्वर्ण ही माना जाता है। कुछ भू-वैज्ञानिको के मुताबिक इन सभी धातु में 113 टन के करीब स्वर्ण धातु मिलने का अनुमान है। इस स्वर्ण खनन के पीछे काफी कुछ काम करना होगा। ऐसे में माना जा रहा है की बाँसवाड़ा जिले मर रहने वाले लोगो को इस खदान से रोजगारी का अवसर प्राप्त हो सकता है।
5 कंपनियों ने लिया हिस्सा
दरअसल इस खदान के लिए लाइसेंस प्रदान किये गये। जिसमे देश की पांच बड़ी कंपनियों को यह अवसर दिया गया है। जिसमे इन कंपनियों के नाम शामिल है।
- अहमदाबाद की हीराकुंड नेचुरल रिसोर्सेस लिमिटेड
- मुंबई की पोद्दार डायमंड प्राइवेट लिमिटेड
- रतलाम की ओवैस मेटल एंड मिनरल्स प्रोसेसिंग लिमिटेड
- उदयपुर की हिंदुस्तान जिंक लिमिटेड
- कानपुर की जेके सीमेंट लिमिटेड