मंगल और गुरु की युति इन राशियों पर डालेगी खास प्रभाव, इसको मिलेगा लाभ 1
वैदिक ज्योतिष के अनुसार ग्रह विचरण करते रहते हैं और अपन शत्रु व मित्र ग्रहों के साथ मिलकर युति बनाते रहते हैं। जिसका असर मानव जीवन के साथ में देश दुनिया पर भी पड़ता है। इस समय मंगल ग्रह ने वृष राशि में प्रवेश कर लिया है जहां पर गुरु बृहस्पति पहले से विराजमान हैं। जिससे इन ग्रहों की युति वृष राशि पर बन गई है, जिसका प्रभाव कुछ राशियों पर पड़ रहा है।
ग्रहों की यह युति विभिन्न राशियों पर अलग-अलग प्रभाव डाल सकती है। सामान्यतः, मंगल और गुरु का संयोजन शुभ होता है और यह ज्ञान, समृद्धि और भाग्य को बढ़ावा देने के लिए जाना जाता है। इस युति के दौरान कुछ राशियों को विशेष लाभ हो सकता है। इसका खास प्रभाव मेष, वृष और मकर राशि पर प्रभाव डालते हैं।
मेष राशि (Aries)
इस युति का प्रभाव मेष राशि पर पड़ रहा है। मंगल, मेष राशि का स्वामी ग्रह है, और गुरु के साथ युति होने से इस राशि के जातकों को बहुत लाभ हो सकता है। यह युति आत्म-विश्वास को बढ़ा सकती है और नई चुनौतियों का सामना करने की शक्ति प्रदान कर सकती है। इसके अलावा करियर में प्रगति और नई अवसरों का मिलना संभव है। विशेषकर उन क्षेत्रों में जहां नेतृत्व और निर्णय क्षमता की आवश्यकता हो। यह समय स्वास्थ्य को लेकर भी अच्छा हो सकता है, बशर्ते जातक अपनी दिनचर्या का ध्यान रखें।
वृष राशि (Taurus)
गुरु पहले से वृष राशि में स्थित हैं, और मंगल का प्रवेश इस युति को और भी प्रभावशाली बना देता है। इस वृष राशि के जातकों को वित्तीय मामलों में लाभ हो सकता है, जैसे कि निवेश में वृद्धि या नई आय के स्रोत। शिक्षा और आत्म-विकास के क्षेत्र में महत्वपूर्ण प्रगति देखने को मिल सकती है। व्यक्तिगत और पेशेवर संबंधों में सुधार हो सकता है, जिससे जीवन की गुणवत्ता बेहतर हो सकती है।
मकर राशि (Capricorn)
मकर राशि के लिए गुरु का स्थान बहुत महत्वपूर्ण होता है, और मंगल के साथ युति इस राशि के जातकों को स्थिरता और समृद्धि प्रदान कर सकती है। कार्यक्षेत्र में सफलता और मान-सम्मान मिल सकता है। जातक अपने लक्ष्यों को प्राप्त करने में सफल हो सकते हैं। आर्थिक स्थिति में सुधार और दीर्घकालिक लाभ की संभावना है। यह समय जीवनशैली में सुधार और स्वास्थ्य पर ध्यान देने का संकेत देता है।