बारिश के इस मौसम में अचार में लग गई है फफूंद, तो फेंकने की जगह इन ट्रिक्स से करें सही 1
भारतीय घरों में अचार का विशेष महत्व होता है। यह खाने के स्वाद को बढ़ाने का काम करता है और बिना अचार के भोजन अधूरा सा लगता है। हमारे देश में अचार की विभिन्न प्रकार की रेसिपीज़ पाई जाती हैं, जैसे आम का अचार, नींबू का अचार, मिर्च का अचार आदि।
हर अचार की अपनी एक अनूठी विशेषता होती है जो हमारे भोजन को स्वादिष्ट बनाती है। लेकिन बारिश के मौसम में अक्सर ऐसा होता है कि अचार में फफूंद (फंगस) लग जाती है।
इस स्थिति में, बहुत से लोग अचार को खराब समझ कर फेंक देते हैं। लेकिन ऐसा करना आवश्यक नहीं है, क्योंकि कुछ उपायों से आप अचार को ठीक कर सकते हैं और उसका आनंद फिर से ले सकते हैं।
अचार में फफूंद लगने पर उसे ठीक करने के लिए निम्नलिखित उपाय अपनाएं:
फफूंद को हटाएं:
सबसे पहले, चम्मच या साफ सूखे कपड़े की मदद से अचार की ऊपरी परत पर जमी फफूंद को सावधानीपूर्वक हटा दें। ध्यान रखें कि फफूंद निकालते समय अचार में फफूंद के टुकड़े न गिरें।
धूप में सुखाएं:
फफूंद हटाने के बाद, अचार को धूप में रख दें। धूप से अचार के बैक्टीरिया मर जाते हैं और फफूंद की समस्या भी कम हो जाती है। धूप में अचार को 2-3 दिनों तक रखें और नियमित रूप से हिलाते रहें ताकि सभी भाग धूप में अच्छी तरह से सुख सकें।
सरसों का तेल:
अचार को ठीक करने के लिए उसमें पर्याप्त मात्रा में सरसों का तेल मिलाएं। सरसों का तेल अचार को संरक्षित रखने में मदद करता है और फफूंद को दोबारा पनपने से रोकता है। तेल डालते समय ध्यान दें कि अचार पूरी तरह से तेल में डूबा रहे।
नमक:
अचार में नमक की मात्रा जांचें। यदि नमक कम है, तो थोड़ा और नमक मिलाएं। नमक एक प्राकृतिक संरक्षक होता है और यह बैक्टीरिया और फफूंद को पनपने से रोकता है।
सिरका:
अचार में थोड़ा सिरका मिलाने से भी फफूंद की समस्या से बचा जा सकता है। सिरका अचार को सुरक्षित रखने में मदद करता है और स्वाद को भी बढ़ाता है।
एयरटाइट कंटेनर:
अचार को हमेशा एयरटाइट कंटेनर में ही रखें। कंटेनर को अच्छे से बंद करें ताकि उसमें नमी न जा सके। नमी फफूंद के पनपने का मुख्य कारण होती है।