बजरंगी भाईजान में किसने दी मुन्नी की आवाज़, साथ ही इन फिल्मों में भी की है डबिंग
Bajrangi Bhaijaan बजरंगी भाईजान बॉलीवुड में टाइगर कहे जाने वाले लोगों के चहेते सलमान खान की यह फिल्म आज भी खूब पसंद की जाती है। बजरंगी भाईजान की क्लाइमैक्स का सीन काफी खूबसूरती से बनाया गया है और यह आप सबको भी जरूर याद होगा। क्योंकि फिल्म के पूरे दौर में मुन्नी की आवाज नहीं रहती है लेकिन अंत में वह बोल पड़ती है।
मुन्नी का अचानक सलमान खान के लिए बोल पाना लोगों के दिल में उसे आवाज की एक छाप छोड़ता है लेकिन क्या आप जानते हैं इस्लामी सीन को शूट करने के लिए रात 12:00 बजे डायरेक्टर कबीर खान कितने असमंजस में द। जी हां चलिए जाने पूरे क्लाइमैक्स सीन को शूट करने की सच्चाई।
इन्होंने दी है मुन्नी की आवाज Bajrangi Bhaijaan
सबसे पहले तो रिपोर्ट के मुताबिक कबीर खान ने बताया कि जब क्लाइमैक्सीन में 6 साल की बच्ची अचानक चिल्लाती है तो वह ग्राहकों के मन पर एक बहुत अच्छा असर बनाएगी। लेकिन मुन्नी यानी कि हर्षाली की आवाज से वह फूल नहीं आ रही थी इसीलिए कबीर बहुत ज्यादा सोच में थे। फिर अचानक उन्हें ख्याल आया कि उनकी खुद की बेटी सायरा भी 6 साल की है। और इस तरह उनकी अपनी बेटी ने दी मुन्नी की आवाज।
आधी रात को आया क्लाइमैक्स का खयाल
हाल ही में मेरी जानकारी के मुताबिकापुर बता दे सलमान खान और हर्षाली की मामा-भांजी वाली केमिस्ट्री ने हर किसी का दिल जीत लिया था। इस सीन में दिखाए गए एक-एक सीन ऑडियंस को इमोशनल कर रहे थे। जी हां पूरी फिल्में मुन्नी एक गूंगी बच्ची रहती है जिसकी आवाज नहीं है और आखिर में वह अपने मामा से जय श्री राम कहती है। यह क्लाइमैक्स सीन डायरेक्टर कबीर खान को आधी रात को याद आया।
नींद मे सायरा ने दिया टेक
बातचीत के दौरान कबीर खान ने बताया कि उनकी खुद की बेटी 6 साल की थी। इसीलिए उन्होंने आधी रात को अपनी बेटी सायरा की आवाज रिकॉर्ड करने का फैसला किया। मीडिया से बातचीत के दौरान भी बताते हैं कि कैसे उन्होंने रात 11:00 बजे अपनी पत्नी मिनी को फोन किया और सायरा को सेट पर लाने के लिए कहा।
ऐसे में उन्होंने बताया कि कल सायरा का स्कूल है और वह सो चुकी है। मगर काफी ज्यादा परेशान डायरेक्टर कबीर अपनी पत्नी से कहते हैं किसी भी तरह उसे उठा के लेकर आ। फिर छोटी बच्ची बेचारी नींद में उठकर सेट पर रिकॉर्ड के लिए आती है। और नींद में भी उन्होंने बहुत अच्छा टेक दिया है। इसके लिए डायरेक्ट कहते हैं कि अंत में उन्हें छोटा सा क्रेडिट भी दिया गया है।