पाकिस्तानी रॉयल फैमिली: हिंदू सियासत और रियासत का बेजोड़ संगम है यह परिवार

आपको पता होगा ही की 1947 में देश की आजादी के बाद आम आदमी को अपना जनप्रतिनिधि चुनने का मौका मिल गया था तथा राजशाही ख़त्म हो गई है। हालांकि इतना होने के बाद कुछ राज परिवार आम आदमी के मन की काफी गहराई में काफी अंदर तक बस चुके थे अतः बड़ी संख्या में लोग इन राज परिवार के लोगों को ही अपना अन्नदाता मानते रहें हैं। बता दें की बटवारें के बाद में कुछ रियासतें पकिस्तान में जा चुकी थीं। आज हम आपको इन्ही में से एक रियासत अमरकोट (अब उमरकोट) के बारे में बता रहें हैं। जिसको वर्तमान में राजा करणी सिंह सोढ़ा चला रहें हैं।

बनाई थी हिंदू राजनीतिक पार्टी

आपको बता दें की राजा करणी सिंह सोढ़ा वर्तमान में अमरकोट रियासत के राजा है तथा हमीर सिंह सोढा के पुत्र हैं। जानकारी दे दें की हमीर सिंह का परिवार पाकिस्तान की राजनीति में बड़ा स्थान रखता है। इनके पिता राणा चंद्र सिंह सात बार पाकिस्तान के सांसद तथा केंद्रीय मंत्री रहें हैं। बता दें की राणा चंद्र सिंह पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री जुल्फिकार अली भुट्टो के काफी करीबी माने जाते हैं।

बाद में पीपीपी से अलग होने के बाद में राणा चंद्र सिंह ने पाकिस्तान हिंदू पार्टी का गठन भी किया था। इस पार्टी के केसरिया झंडे में त्रिशूल तथा ओम का चिन्ह बना हुआ था। 2009 में राणा चंद्र सिंह का निधन हो गया था। वर्तमान समय में राजा करणी सिंह ही अमरकोट की रियासत के राजा हैं। वे अपने साथ काफी बॉडी गार्ड लेकर चलते हैं, जिनके हाथ में एके 47 राइफल देखी जा सकती है।

राजस्थान से है संबंध

आपको बता दें की राजा करणी सिंह का विवाह 20 फरवरी 2015 को राजस्थान के राजपरिवार की राजकुमारी पद्मिनी से हुआ था। जानकारी दे दें की वे जयपुर के कानोता के ठाकुर मानसिंह की पुत्री हैं। विवाह के लिए राजा करणी सिंह अमरकोट से बारात लेकर राजस्थान में आये थे।

आपको बता दें की पाकिस्तान के गठन के समय पर अमरकोट के राजा राणा चंद्र सिंह थे तथा उस समय यह रियासत पाकिस्तान की सबसे बड़ी रियासत थी। बताया जाता है की उस समय यह रियासत 22,000 किलोमीटर के क्षेत्र में थी। हालांकि राणा चंद्र सिंह की बनाई पाकिस्तानी हिंदू पार्टी वहां के चुनाव आयोग में रजिस्टर्ड नहीं है लेकिन सरकारी कागजात में उसका नाम आज भी मौजूद है।


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