– धनबाद शहर की अधिकतर स्ट्रीट लाइट खराब, अंधेरे में नहीं दिखते सड़क के गड्ढे, होती हैं दुर्घटनाएं
शाम ढलते ही शहर की अधिकतर सड़कों पर छा जाता है अंधेरा
शोभित रंजन, धनबाद.
धनबाद शहर के कई इलाकों में महीनों से स्ट्रीट लाइटें बंद पड़ी हैं. इससे शाम होते ही सड़कों पर अंधेरा छा जाता है. अधेंरे में सड़कों पर बने गड्ढे व बैठे जानवर नहीं दिखते हैं और आये दिन दुर्घटनाएं होती रहती हैं. कई बार शिकायत करने के बाद भी संबंधित अधिकारी समस्या पर ध्यान नहीं देते हैं. शहर की मुख्य सड़क जैसे हीरापुर, सरायढेला, स्टील गेट, बिग बाजार, बाइपास रोड आदि पर अंधेरा होने से न केवल वाहन चालकों को, बल्कि पैदल चलनेवालों को भी मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है. हाइवे पर लगी लाइटों का भी यही हाल है. धनबाद में अभी 26000 स्ट्रीट लाइट लगी हैं. मगर आधे से अधिक लाइटों की स्थिति ठीक नहीं है.
हीरक रोड बाइपास :
यह सड़क धनबाद की प्रमुख सड़कों में से एक है. यह सड़क लगभग पांच किलोमीटर की है. इस सड़क पर कई लाइटें लगी हैं. कुछ ही जल रही हैं. आधी से अधिक लाइट खराब है, जो जलती ही नहीं है. यह सड़क नयी बनी है और लाइट खराब है. इस सड़क पर लगी लाइटें ठीक होंगी, इसकी उम्मीद नहीं की जा सकती है.
हीरापुर :
हीरापुर शहर के प्रमुख इलाकों में से एक है. इसकी लाइट भी कई दिनों से खराब है. हीरापुर मोड़ के सामने से जाने वाले रोड, जो गोल्फ ग्राउंड की तरफ जाती है, पर भी लाइट नहीं है. इस इलाके में अंधेरे का फायदा उठा कर अपराधी चोरी की घटनाओं को अंजाम देते हैं.
सरायढेला :
सरायढेला की सड़क पर भी कई लाइटें लगी हैं. मगर उनमें से ज्यादातर खराब हैं या जलती ही नहीं हैं. इस इलाके की स्ट्रीट लाइट महीनों से खराब है. विभाग द्वारा इसे ठीक करने के लिए कोई पहल नहीं की जा रही है. स्टील गेट से लेकर गोल बिल्डिंग तक लगी लाइटें ज्यादातर खराब हैं. लाइट नहीं जलने से लोगों को परेशानी होती है.
हाउसिंग कॉलोनी :
शहर का यह पॉश इलाका माना जाता है. स्थानीय निवासी बताते हैं कि कॉलोनी की स्ट्रीट लाइटें कई माह से खराब पड़ी हैं. विभाग द्वारा अब तक कोई कदम नहीं उठाया गया है. अंधेरा होने की वजह से कई बार चोरी की घटनाएं हो चुकी हैं.
बारिश के मौसम में होती है ज्यादा परेशानी :
बारिश के मौसम में स्ट्रीट लाइट की समस्या और ज्यादा होती है. मुख्य सड़कों से लेकर कॉलोनी तक की लाइट खराब होने से समस्या और बढ़ जाती है. इस मौसम में जानवर भी सड़क पर आ जाते हैं. इससे दुर्घटनाएं होती रहती हैं.
डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है