जम्मू और कश्मीर की राजनीति में एक महत्वपूर्ण मोड़ आया है। पूर्व विधायक और मंत्री चौधरी जुल्फिकार अली आज भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) में शामिल होने जा रहे हैं। इससे पहले, चौधरी जुल्फिकार अली ने नेशनल कांफ्रेंस (NC) और पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (PDP) के साथ जुड़ाव रखा था।
चौधरी जुल्फिकार अली और उनके पिता चौधरी मोहम्मद हुसैन ने दरहाल सीट से चार बार चुनाव जीते हैं। यह जोड़ी स्थानीय राजनीति में एक महत्वपूर्ण परिवार के रूप में पहचानी जाती है और उनके निर्वाचन क्षेत्र में एक गहरी छाप छोड़ चुकी है।
चौधरी जुल्फिकार अली का बीजेपी में शामिल होना, जम्मू और कश्मीर की राजनीतिक धारा में एक नई दिशा को इंगित करता है। उनके पार्टी बदलने के निर्णय ने राज्य की राजनीति में हलचल मचा दी है और कई राजनीतिक विश्लेषक इस बदलाव को महत्वपूर्ण मान रहे हैं। बीजेपी को उम्मीद है कि चौधरी जुल्फिकार अली की पार्टी में शामिल होने से उसे स्थानीय स्तर पर और अधिक समर्थन मिलेगा।
चौधरी जुल्फिकार अली के बीजेपी में शामिल होने की प्रक्रिया को लेकर स्थानीय नेताओं और नागरिकों के बीच काफी उत्सुकता और चर्चाएँ चल रही हैं। यह देखना दिलचस्प होगा कि उनका यह कदम राज्य की राजनीतिक परिदृश्य को किस प्रकार प्रभावित करता है और उनके द्वारा लाए गए नए विचार और दृष्टिकोण बीजेपी के लिए कितना फायदेमंद साबित होते हैं।
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