कोलकाता में एक लेडी डॉक्टर की हत्या करने वाला आरोपी, जिसे ‘दरिंदा’ करार दिया जा रहा है, की हैवानियत की हदें पार कर चुकी हैं। आरोपी ने अपनी मां, बहन और सास को भी अपनी हिंसा का शिकार बनाया है।
कोलकाता में हाल ही में एक लेडी डॉक्टर की हत्या ने शहर को हिला कर रख दिया है। इस मामले में आरोपी की पहचान के बाद खुलासा हुआ है कि वह बेहद वहशी और हिंसक था। आरोपी ने केवल लेडी डॉक्टर की ही जान नहीं ली, बल्कि उसकी मां, बहन और सास को भी गंभीर रूप से प्रताड़ित किया था।
जानकारी के अनुसार, आरोपी ने पहले अपनी सास के खिलाफ एक आपराधिक मामला दर्ज करवाया था, जो उसकी हिंसक प्रवृत्तियों की शुरुआत थी। इसके बाद, उसने अपनी मां और बहन के खिलाफ भी हिंसा की, जिससे यह स्पष्ट हो गया कि उसकी दरिंदगी की कोई सीमा नहीं थी।
हाल ही में, आरोपी की दुष्कृत्यों की एक और कड़ी जुड़ी, जब उसने लेडी डॉक्टर की हत्या कर दी। घटना के बाद, जब पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार किया, तो यह सामने आया कि उसकी हिंसक प्रवृत्तियों ने न केवल अपने परिवार को बल्कि पूरी समाज को खतरे में डाला है।
साक्षात्कार और पुलिस जांच के दौरान यह भी सामने आया कि आरोपी ने अपने परिवार के सदस्याओं के खिलाफ विभिन्न हिंसात्मक गतिविधियाँ की थीं। उसकी इन गतिविधियों की सूचना पुलिस को पहले ही मिल चुकी थी, लेकिन आरोपित की दरिंदगी के चलते मामले ने और भी गंभीर रूप ले लिया।
पुलिस और स्थानीय प्रशासन ने इस केस की गंभीरता को देखते हुए आरोपी के खिलाफ कठोर कार्रवाई की तैयारी शुरू कर दी है। इस घातक अपराध ने समाज को यह सोचने पर मजबूर कर दिया है कि कैसे कुछ लोग अपनी हिंसा के कारण दूसरों की जिंदगी को खतरे में डाल सकते हैं।
लेडी डॉक्टर की हत्या ने न केवल उसके परिवार को झकझोर दिया है, बल्कि पूरी समाज को भी झकझोर दिया है। इस मामले की गहन जांच और आरोपी के खिलाफ कड़ी कानूनी कार्रवाई की उम्मीद है ताकि ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति न हो और समाज में सुरक्षा की भावना को बहाल किया जा सके।
कोलकाता के सरकारी आरजी कर अस्पताल के सेमिनार हॉल में शुक्रवार सुबह पोस्ट-ग्रेजुएट ट्रेनी डॉक्टर की लाश मिली थी, जिस पर बेहरमी से जुल्म ढाने के निशान थे. पुलिस ने इस मामले में मुख्य आरोपी रॉय को शनिवार को उसके घर से गिरफ्तार किया और बीएनएस की धारा 64 (रेप) और 103 (हत्या) के तहत मामला दर्ज किया गया है.
रॉय आरजी कर अस्पताल में पुलिस चौकी पर तैनात था और उसका अस्पताल के सभी विभागों में आना-जाना था. वारदात वाले दिन के सीसीटीवी फुटेज में वह तड़के 3 बजे अस्पताल के अंदर घुसता दिखा था और फिर काफी देर बाद बाहर निकला. पुलिस ने उसका मोबाइल फोन जब्त कर लिया है और मंगलवार को उससे डेटा निकालने वाली है. वहीं इस मामले में अब अस्पताल के दूसरे डॉक्टरों के साथ-साथ 5 पुलिसवालों से भी पूछताछ करके बयान दर्ज किया है.
पुलिस के मुताबिक, आरोपी को अश्लील फिल्में देखने की लत थी और उसे महिलाओं के इर्दगिर्द मंडराने वाले व्यक्ति के रूप में जाना जाता था. एक पुलिस अधिकारी ने कहा, ‘उसके मोबाइल फोन पर पोर्नोग्राफी की सामग्री काफी परेशान करने वाली और हिंसक थी. हम उसके दिमाग की स्थिति के बारे में सोच रहे हैं, क्योंकि इस तरह की चीजें देखना काफी अस्वाभाविक है.’
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