कॉलेजों को वोकेशनल कोर्स के पिछले 3 सत्र का रिकॉर्ड व ऑडिट रिपोर्ट देनी होगी

सीसीडीसी ने संबंधित विभागाध्यक्ष व प्राचार्याें का पत्र भेजा, 5 दिनों में देना होगा रिपोर्ट मुजफ्फरपुर.बीआरएबीयू ने वाेकेशनल काेर्स संचालित करने वाले पीजी विभागाें के साथ ही सभी अंगीभूत व संबद्ध काॅलेजाें से पिछले तीन सत्र का रिकाॅर्ड मांगा है. इसके लिए पांच दिनाें का समय दिया गया है. वाेकेशनल काेर्स में नामांकन के साथ ही शैक्षणिक व्यवस्था काे पारदर्शी बनाने काे लेकर सरकार व उच्च शिक्षा विभाग की ओर से कवायद चल रही है. सीसीडीसी डाॅ. मधु सिंह ने संबंधित विभागाध्यक्ष व प्राचार्याें काे पत्र भेजकर सभी काेर्स में नामांकन व आय-व्यय सहित ऑडिट रिपाेर्ट उपलब्ध कराने काे कहा है. इसमें शैक्षणिक सत्र 2021-22, 2022-23 व 2023-24 में काेर्सवार हुए एडमिशन की जानकारी मांगी है. इसके साथ ही तीनाें सत्र में एडमिशन सहित अन्य मद में विभाग या काॅलेजाें काे कितनी राशि मिली और कितनी खर्च हुआ, इसकी रिपाेर्ट भी निर्धारित फाॅर्मेट में उपलब्ध कराना है.सीसीडीसी कार्यालय से इसके लिए फाॅर्मेट भी दिया गया है. व्यय में टीचिंग व नाॅन टीचिंग स्टाफ के मानदेय के साथ ही अन्य काेई खर्च हाे, ताे उसकाे भी दिखाना है. सभी काेर्स और सत्र के लिए अलग-अलग काॅलम में रिपाेर्ट तैयार करने काे कहा गया है. सीसीडीसी ने सभी विभागाें व काॅलेजाें काे कहा है कि छात्राें से ली जाने वाली राशि सीधे बैंक एकाउंट में जमा कराना सुनिश्चित करेंगे. किसी भी स्थिति में नामांकन या अन्य मद में नकद राशि नहीं ली जाएगी. बता दें कि कई काॅलेजाें में अब भी मनमानी चल रही है. उच्च शिक्षण संस्थानाें में वित्तीय अनुशासन बनाए रखने के लिए हर तरह के भुगतान ऑनलाइन किये गये हैं. लेकिन कुछ जगहाें पर अब भी नामांकन सहित अन्य मद में शुल्क नकद लिया जा रहा है.
डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है