इन कपड़ों को पहनते ही बीमारी होगी छूमंतर 1
नई दिल्ली। बदलते समय के साथ अब बाजार में ऐसी चीजे मिलना शुरू चुकी है जो आपके लिए काफी फायदेमंद साबित हो रही है। जिस तरह से ठंड से बचने के लिए हीटरयुक्त कपड़े मिल रहे है। तो गर्मी से बचने के लिए कोल्ड कैप मिलना शुरू हो चुके है। यहां तक कि अब कंबल चादरों को भी ऐसी तकनीक से बनाया जा रहा है जो वातावरण के हिसाब से आपको गर्मी ठंडी के समय फायदा पहुचांते है।
लेकिन मध्य प्रदेश की संस्कारधानी जबलपुर में राखी के खास मौके पर ऐसे कपड़ों की सेल लगी है जो आपको कई तरह की बीमारियों से दूर रखने में मदद करते हैं। इन कपड़ों को औषधियुक्त कपड़ों के नाम से जाना जाता है क्योकि इन खादी वस्त्रों में औषधि पदार्थ मिलाकर तैयार किया जा रहा है, जिन्हें पहनने के बाद आप कई बीमारियों से बच सकते हैं।
आचार्य श्री विद्यासागर महाराज की प्रेरणा से जबलपुर के दयोदय आश्रम में ‘चल चरखा महिला प्रशिक्षण एवं रोजगार केंद्र’ में इन औषधि युक्त कपड़ों को तैयार किया जा रहा हैं। जिनकी मांग अब पूरे देश में की जा रही है।
इस केन्द्र में कपड़ों को रंगने के लिए किसी केमिकल रंग का नही, बल्कि औषधि का उपयोग किया जाता है। इसके लिए कपड़ो को रंगने के लिए हल्दी, मेहंदी अनार, टेसू के फूल, नीम समेत अन्य प्राकृतिक फलों और पुष्पों से रंग तैयार किए जाता हैं, जो इतने पक्के होते हैं कि धोने के बाद भी खराब नहीं होते।
खादी से बने कपड़ों को लंबे समय तक बने रखने के लिए इसमें चावल का माड़ और इमली के बीज के माड़ का उपयोग किया जाता है। इन कपड़ों को पहनने से आप खुद ही काफी तरोताजा महसूस करेंगे और प्राकृतिक रंगों से रंगे होने की वजह से पसीने और बाहरी प्रदूषण से बचाव होता है। क्योंकि यह कपड़े शरीर में आने वाले विषाक्त पदार्थ (टॉक्सिन्स) को अवशोषित कर लेते हैं।
इस कारखाने में सैकड़ों महिलाओं को रोजगार मिल रहा है। इसमें हथकरघा के जरिए कपड़ें तैयार किए जाते है.. प्रतिभास्थल कारखाने में महिलाओं को प्रशिक्षण दिया जाता है। जिसके बाद ये महिलाएं कपड़े तैयार करके अपने घर का गुजारा करने में भी मदद करती है। अब इन औषधियुक्त कपड़ों की डिमांड पूरे देश में हो रही है।