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आम जनता का पुलिस काट रही चालान, खुद चला रही BS 2 खटारा जीप

Transport department Updates जैसा कि हम सभी लोग जानते हैं देश भर में आए दिन नई गाड़ियां और नए अपडेट सामने आती रहती हैं। ऐसे में bs6 के दौर में विभाग की सरकारी गाड़ियां bs2 के जीप का इस्तेमाल कर रही है।

जी हां जहां bs-4 गाड़ियों का रजिस्ट्रेशन भी बंद हो चुका है वहीं परिवहन निरीक्षक के पुलिसकर्मियों द्वारा 2009 की bs2 जीप इस्तेमाल की जा रही है। दूसरों का चालान काटने के लिए पुलिस सबसे पहले तैयार रहती है मगर खुद के परिवार निरीक्षण की जिम्मेदारी से ध्यान हटा रही है।  

परिवहन निरीक्षक का ये है हाल 

जैसा कि हम सभी लोग जानते हैं सड़क पर चल रही गाड़ियों में जिन गाड़ियों के लिए बीमा नहीं है और ना ही वह प्रदूषण के मानदेय पूरे कर रहे हैं उन्हें सरकार की तरफ से जुर्माना भरना होता है। लेकिन हाल ही में ऐसी खबरें सामने आ रही है की 5 लाख किलोमीटर से ज्यादा चल चुकी जीप का इस्तेमाल खुद पुलिस कर्मी कर रही है जो की 2009 का मॉडल है। इन जीप में ना तो होरन है ना ही टायर और ना ही एक अच्छी परफॉर्मेंस वाला इंजन। यहां तक की इस खटारा जीप की बॉडी तक गल चुकी है यानी कि यह जीप रास्ते में कभी भी जवाब दे सकती है। आइए जानते हैं फिर भी पुलिसकर्मी क्यों कर रहे हैं इसका इस्तेमाल।  

शिकायत के बाद भी सरकार नहीं ले रही एक्शन 

मीडिया से बातचीत के दौरान खटारा वाहनों को लेकर झुंझुनूं, सीकर, चूरू सहित कई जगह के परिवहन निरीक्षक उच्च अधिकारियों को लिखित शिकायत पुरी की जा चुकी है। मगर कई बार शिकायत दर्ज करने के बाद भी सरकार इस पर कोई एक्शन नहीं ले रही है। ऐसे में मजबूरन सरकारी कर्मियों और पुलिस कर्मियों को यह खतरा वहां इस्तेमाल करनी पड़ रही है।  

अधिकारियों ने मांगी कुछ महीने की मोहलत 

इसी के साथ ही आपको बता दे बातचीत के दौरान खबर यह भी सामने आई है कि अधिकारियों का कहना है की सरकार की तरफ से स्क्रेप पॉलिसी चलाई जाती है जिसकी अभी 15 साल होती है। इसीलिए अभी कुछ जीत को 15 साल पूरे नहीं हुए हैं इसी वजह से नए ऑर्डर पास नहीं किया जा रहे हैं। बहुत ही जल्द सरकार की तरफ से समय पूरा होते ही विभाग द्वारा इन गाड़ियों को बदलकर नए वाहनों की मांग की जाएगी। 


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